
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से हवाई सेवाओं का विस्तार होगा। कैबिनेट ने पिथौरागढ़ से अन्य राज्यों के लिए भी हवाई सेवाएं शुरू करने की अनुमति दे दी है। इस फैसले से पिथौरागढ़ की कनेक्टिविटी बढ़ेगी और यात्रियों को सुविधा मिलेगी। यह कदम राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने में भी सहायक होगा।
देहरादून। पिथौरागढ़ स्थित नैनी सैनी हवाई अड्डे से अब देश के अन्य राज्यों के लिए हवाई सेवाएं शुरू होने की संभावनाएं बलवती हो गई हैं। इस एयरपोर्ट का संचालन एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया (एएआइ) करेगा।
राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में एएआइ और उत्तराखंड सरकार के बीच हुए करार की जानकारी कैबिनेट से भी साझा कर दी गई है।
प्रदेश के सीमांत जिले पिथौरागढ़ की सीमांत चीन व नेपाल से लगती हैं। इस कारण यह सामरिक दृष्टि से भी अहम है। इसे देखते हुए पहले इसका संचालन सेना को दिए जाने की तैयारी थी।
बाद में राज्य सरकार ने इसका संचालन अपने हाथ में ले लिया था। अब इसका संचालन एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया करेगी।
नैनी सैनी हवाई अड्डे का कुल क्षेत्रफल 70 एकड़ है। एएआइ के पास इसका संचालन आने से यहां बुनियादी ढांचे का विकास होने के साथ ही अन्य राज्यों से हवाई संपर्क के रास्ते भी खुल सकेंगे।
इससे सामरिक सुरक्षा भी मजबूत होगी और स्थानीय कला, सांस्कृतिक विरासत और पर्यटन क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलेगा। आपदा की दृष्टि से संवेदनशील इस क्षेत्र में राहत बचाव कार्य तेजी से चलाए जा सकेंगे।









