
उत्तराखंड कैबिनेट ने मुख्यमंत्री युवा उन्नयन योजना को मंजूरी दी है, जिससे हजारों छात्रों का भविष्य संवरेगा। इस योजना के तहत, छात्रों को मुफ्त कोचिंग मिलेगी, जिससे उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में मदद मिलेगी।
यह योजना उत्तराखंड के युवाओं को सशक्त बनाने और उन्हें बेहतर अवसर प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
देहरादून । राज्य सरकार ने प्रदेश के सरकारी विद्यालयों के मेधावी छात्रों को प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में आगे बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री युवा उन्नयन योजना को मंजूरी दे दी है।
इस योजना के तहत प्रतिवर्ष राजकीय विद्यालयों के 11वीं एवं 12वीं के दस हजार चयनित छात्रों को जेईई, नीट व क्लैट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की निशुल्क आनलाइन कोचिंग उपलब्ध कराई जाएगी।
धामी सरकार का मानना है कि पहाड़ी और दूरस्थ क्षेत्रों के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण कोचिंग संसाधन उपलब्ध न होने के कारण वे पीछे रह जाते हैं। इसी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए विद्यार्थियों के चयन के लिए स्क्रीनिंग परीक्षा आयोजित की जाएगी। यह परीक्षा कक्षा 10 पास कर 11 में अध्ययनरत एवं वर्तमान में 10वीं कक्षा के छात्रों के लिए होगी।
योजना के प्रथम चरण में जेईई, नीट और क्लैट की कोचिंग प्रारंभ की जाएगी, जबकि द्वितीय चरण में एनडीए, एसएससी जैसी परीक्षाओं को भी शामिल किया जाएगा। प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थाओं का चयन निविदा प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा। प्रति छात्र लगभग 10 हजार रुपये प्रतिवर्ष व्यय किया जाएगा।
छात्रों को आनलाइन अध्ययन सामग्री, वीडियो लेक्चर, प्रैक्टिस पेपर, डाउट क्लियरिंग सत्र, एवं साप्ताहिक माक टेस्ट की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। छात्रों की रियल टाइम ट्रैकिंग के लिए शिक्षकों को डैशबोर्ड दिया जाएगा और विद्यालय स्तर पर नोडल शिक्षक नियुक्त होंगे।
डिजिटल संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए चयनित विद्यालयों में प्राथमिकता से उपकरण दिए जाएंगे। अनुश्रवण का कार्य खंड शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी और मुख्य शिक्षा अधिकारी के स्तर पर किया जाएगा।









