
इक्वाइन इन्फ्लूएंजा बीमारी के कारण कल रात 10 बजे ग्राम डुंगर सेमला निवासी राधे लाल के घोड़े की हुई मृत्यु
खबर है केदारघाटी से आपको बता दें कि जैसे ही बाबा केदारनाथ धाम के कपाट खुले वैसे ही केदारनाथ धाम में घोड़े खच्चरों की इक्वाइन इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी ने सैकड़ों घोड़े खच्चरों की जान ले ली है ।






बता दें कि ग्राम डुंगर सेमला के निवासी राधे लाल के घोड़े की भी इसी बीमारी के चलते कल रात 10 बजे मृत्यु हो गई है जिससे व और उनके परिवार बहुत परेशान नजर आ रहे हैं ।
घोड़े चालक राधे लाल ने बताया कि वे 29 अप्रैल को अपने घोड़े खच्चर को लेकर केदारनाथ धाम में गये थे जहां उन्होंने मात्र 8 दिन तक रहे और इक्वाइन इन्फ्लूएंजा बीमारी के कारण व 6 को अपने घोड़े खच्चरो को अपने घर वापस लाये जहां 7 मई को करीब रात 10 बजे उनके एक घोड़े की मृत्यु हो गई
राधे लाल ने कहा कि उनके द्वारा केदारनाथ धाम जाने के लिए बैक से 1 लाख का लोन निकाला गया था जिसमें घोड़े खच्चरो के लिए चने गुड़ और भूसा जैसे सामाग्री का अभी उन पर उधार चल रहा है उन्होंने कहा कि घोड़े की मृत्यु होने पर पशुपालन विभाग द्वारा उनके घोड़े की फोटो खिंची गई है।
अब सवाल यह है कि क्या उनके इस नुकसान का व्यय उन्हें मिलेगा कि नहीं यह अभी समय के गर्भ में छुपा है घोड़े चालक राधे लाल ने कहा कि इस घोड़े की लागत एक लाख पचास हजार रूपए थी जो कि उन्होंने इसे इस लागत में खरीदा था।
घोड़े की मृत्यु होने से उनके परिवार व रिस्तेदारी में निरास व परेशानी का माहौल बना हुआ है।