
उत्तराखंड में आपदा ने 5125 गांवों में तबाही मचाई जिससे जान-माल और बिजली के ढांचे को भारी नुकसान हुआ। चमोली जिला सबसे अधिक प्रभावित हुआ।
सरकार ने राहत और पुनर्वास कार्य शुरू किए हैं लेकिन भविष्य में आपदाओं से निपटने के लिए और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है। बिजली आपूर्ति को बहाल करने के लिए त्वरित कदम उठाए गए हैं और दीर्घकालिक योजनाएं बनाई जा रही हैं।
• 5125 गांवों में आपदा से बर्बादी के निशान |
• चमोली जिला सबसे ज़्यादा प्रभावित रहा |
देहरादून। आपदा ने उत्तराखंड के 5125 गांवों में बर्बादी के निशान छोड़ दिए हैं। राहत दलों की कोशिशों से इन गांवों में जिंदगी तो पटरी पर लौटने लगी है, लेकिन आपदा का खौफ हमेशा के लिए दिलों में समा गया है। आपदा धराली-थराली तक ही सीमित नहीं रही, प्रदेश के कई जिले इसकी चपेट में आए।
आपदा से गांवों में सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं, बिजली के खंभे-ट्रांसफार्मर व लाइनों को नुकसान पहुंचा, वहीं घर-दुकान-बाजार, कृषि, पशु, संचार व्यवस्था से लेकर जानमाल का नुकसान हुआ। सबसे ज़्यादा प्रभावित चमोली ज़िला रहा, जहां 1697 गांवों को आपदा का सामना करना पड़ा
पौड़ी गढ़वाल में 915, टिहरी गढ़वाल में 593 और देहरादून में 512 गांव प्रभावित हुए। पहाड़ी ज़िलों के साथ ही हरिद्वार में भी 166 गांवों में आपदा ने गांवों में तबाही मचाई।
सरकार ने प्रभावित गांवों में तुरंत राहत व पुनर्वास कार्य कराकर जीवन बहाल करा दिया है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य में आपदा से निपटने के लिए अभी बहुत कुछ करना बाकी है।
जिला प्रभावित गांव
रुद्रप्रयाग297
ऊधमसिंहनगर 232
पिथौरागढ़ 73
उत्तरकाशी 468
नैनीताल 98
बागेश्वर50
1070 किमी विद्युत लाइन, 5988 पोल और 419 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त
आपदा ने उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड को भारी नुकसान पहुंचाया। आपदा से राज्यभर में बिजली ढांचा बुरी तरह प्रभावित हुआ। सर्वे रिपोर्ट के अनुसार कुल 1070 किमी इलेक्ट्रिक लाइन, 5988 विद्युत पोल और 419 ट्रांसफार्मर जलप्रवाह में बह गए या क्षतिग्रस्त हो गए। नुकसान का कुल आकलन 5171 लाख रुपये बताया गया है।

धराली-थराली के 300 से अधिक गांवों में कहर
आपदा में विद्युत विभाग को धराली-थराली में जमकर नुकसान हुआ। थराली में कुल 37 किमी. की लंबी लाइन, 228 पोल क्षतिग्रस्त हो गए। वहीं विद्युत वितरण खंड से संबद्ध 318 गांव प्रभावित हुए। उधर धराली में 14 किमी. लंबी लाइन, 84 पोल क्षतिग्रस्त हुए। यहां पर नौ गांवों में विद्युत आपूर्ति प्रभावित हुई।
आपदा से प्रभावित गांवों में त्वरित व्यवस्था के तहत विद्युत आपूर्ति सुचारू की गई है, अब दीर्घकालीन योजना के तहत कार्य शुरू कराया गया है, बारिश के पूरी तरह समाप्त होते ही शेष कार्यों को पूरा कराया जाएगा।
-मदन राम आर्य, निदेशक(ऑपरेशन)