
देहरादून के सेलाकुई में त्रिपुरा के छात्र एंजेल चकमा की हत्या की जांच के लिए एसपी देहात की देखरेख में एसआईटी गठित की गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने सीओ स्तर के अधिकारी को विवेचना सौंपी है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर पर लोहे के कड़े और चाकू से हमले से मौत की पुष्टि हुई। मृतक के स्वजन द्वारा जाति प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने के बाद अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम की धाराएं भी बढ़ाई गई हैं।
देहरादून: सेलाकुई में त्रिपुरा के छात्र एंजेल चकमा की हत्या की जांच के लिए एसपी देहात की देख-रेख में एसआइटी गठित की गई है। साथ ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने सीओ स्तर के अधिकारी को पूरे प्रकरण की विवेचना सौंप दी है।
वह घटनाक्रम से लेकर सभी तथ्यों की जांच करेंगे। इसके साथ ही एसएसपी ने कहा कि पीड़ित के स्वजन व किसी अन्य व्यक्ति को यदि प्रकरण से संबंधित कोई भी साक्ष्य व तथ्य उपलब्ध कराने हों तो वह विवेचक को उपलब्ध करा सकते हैं।
उधर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि नाबालिग आरोपित ने एंजेल चकमा के सिर पर लोहे के कड़े से वार किया था, जबकि फरार चल रहे नेपाल निवासी यज्ञराज अवस्थी ने चाकू से हमला किया। सिर पर गहरी चोट लगने के कारण एंजेल की मौत हुई है।
ग्राफिक एरा अस्पताल की मोर्चरी में मृतक एंजेल चकमा के स्वजन के समक्ष पंचनामे की कार्रवाई करने के बाद पोस्टमार्टम किया गया। जिसके बाद शव को उनके स्वजन के सिपुर्द किया गया।
विवेचना के दौरान मृतक के स्वजन ने मृतक का जाति प्रमाण उपलब्ध कराया था, जिसके आधार पर अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत धाराओं में बढ़ोतरी की गई है।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि अब तक हुई जांच में सामने आया है कि नौ दिसंबर की शाम 6:15 बजे सूरज खवास निवासी ईरंग पार्टवान घीमारिया थाई, जिला सेनापति, मणिपुर वर्तमान निवासी नयागांव, पेलियो के बेटे सादविक खवास का पहला जन्मदिन था। उसके बेटे के जन्मदिन की पार्टी होनी थी।
पार्टी के लिए सूरज खवास व उसके अन्य पांच साथी सेलाकुई स्थित ठेके से शराब लेने के लिए गए थे। एंजेल चकमा व उसका भाई माइकल चकमा भी वहां पूर्व से मौजूद थे। आरोपितों में सूरज खवास पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर, दूसरा आरोपित यज्ञराज अवस्थी नेपाल मूल व तीसरा आरोपित शौर्य एक-दूसरे पर कमेंट्स कर रहे थे।
जिस पर पीड़ित पक्ष को लगा कि आरोपित उनको गाली व कमेंट्स कर रहे हैं। जिसे लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया और दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई।







