
बागेश्वर: जिले की 108 एंबुलेंस सेवा अपनी विश्वसनीयता खोती जा रही है जिससे मरीज और उनके परिजन खासे नाराज हैं। रविवार को जिला अस्पताल परिसर में एक मरीज को भर्ती कराने के बाद एंबुलेंस फिर से खराब हो गई। इस दौरान एंबुलेंस को स्थानीय लोगों ने धक्का देकर स्टार्ट किया। इस घटना ने सेवा की बदहाल स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
108 एंबुलेंस सेवा को आपातकालीन समय में जीवन रक्षक माना जाता है, लेकिन लंबे समय से बागेश्वर में यह सेवा कई बार खराब होने की वजह से मरीजों को अस्पताल तक समय पर पहुंचाने में असमर्थ रही है।
रविवार को भी अस्पताल के बाहर जब एंबुलेंस अचानक बंद हुई…तो पीछे वाहनों की लंबी कतार लग गई। मजबूर होकर लोगों ने एंबुलेंस को धक्का देकर फिर से चालू किया।
स्थानीय लोग कह रहे हैं कि बार-बार खराब होने वाली 108 सेवा ने लोगों का भरोसा तोड़ दिया है। ऐसी स्थिति में जब मरीजों को तुरंत चिकित्सा की जरूरत होती है…तो देरी से जान जोखिम में पड़ सकती है।
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी ने कहा कि 108 एंबुलेंस सेवा की लापरवाही से जिले के कई लोग प्रभावित हुए हैं। बावजूद इसके सरकार और संबंधित कंपनी की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे। उन्होंने कहा कि यह साफ दर्शाता है कि स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति सरकार गंभीर नहीं है, जबकि आमजन की जिंदगी दांव पर लगी है।
इस मामले पर 108 एंबुलेंस प्रभारी कमल शर्मा ने बताया कि पुराने वाहनों की स्थिति की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी जा चुकी है और मरम्मत का काम चल रहा है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जल्द ही सेवा बेहतर बनाई जाएगी।
