Big Breaking:-नहीं हुई कोई नस्लीय टिप्पणी, हम खुद नार्थ ईस्ट से हैं ‘, एंजेल चकमा हत्याकांड में जेल गए आरोपित की मां का बयान

एंजेल चकमा हत्याकांड में आरोपित सूरज खवास की मां ने नस्लीय टिप्पणी के आरोपों को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि वे खुद पूर्वोत्तर से हैं। पुलिस जांच में भी नस्लीय भेदभाव के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं।

मारपीट के दौरान शौर्य राजपूत ने कड़े से वार किया, जबकि यज्ञराज अवस्थी ने चाकू से हमला किया, जिससे एंजेल गंभीर रूप से घायल हो गया और 26 दिसंबर को उसकी मृत्यु हो गई।

देहरादून: सेलाकुई के धूलकोट क्षेत्र में रहने वाली आरोपित सूरज खवास की मां ने कहा कि खबरों में जो नस्लीय टिप्पणी और भेदभाव की बातें दिखाई जा रही हैं, वह पूरी तरह गलत हैं।

मामला कुछ और ही है। जिसकी पुलिस जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि वह खुद नार्थ ईस्ट राज्य मणिपुर के रहने वाले हैं। वहीं, पुलिस जांच में नस्लीय टिप्पणी के कोई साक्ष्य सामने नहीं आए हैं।

फरार आरोपित पर एक लाख का इनाम

घटना में शामिल फरार चल रहे यज्ञराज अवस्थी की गिरफ्तारी के लिए न्यायालय से गैर जमानती वारंट प्राप्त कर उसके विरुद्ध 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया है। पुलिस मुख्यालय की ओर से इनाम राशि बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दी गई है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगातार संभावित स्थानों पर दबिश दे रही है।

अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम में निहित प्रविधानों के तहत मृतक के स्वजन को त्वरित आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए तत्काल जिला समाज कल्याण अधिकारी, देहरादून को आख्या भेजी गई। जिस पर सोमवार को मृतक के स्वजनों को 4,12,500 रुपये की आर्थिक सहायता की प्रथम किस्त उपलब्ध करा दी गई है।

शौर्य राजपूत ने सिर पर कड़े से किया वार

मारपीट के दौरान शौर्य राजपूत ने एंजेल चकमा के सिर पर कड़े से वार कर दिया। जबकि यज्ञराज अवस्थी ने पास ही अंडे की ठेली से चाकू उठाया और एंजेल चकमा पर वार कर दिया। एंजेल गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसको उसके भाई व उसके परिचित ग्राफिक एरा अस्पताल ले गए।

घटना के संबंध में न तो पीड़ित पक्ष व किसी अन्य ने पुलिस कंट्रोल रूम पर काल की और न ही स्थानीय थाने व चौकी पुलिस को कोई सूचना दी गई। पीड़ित पक्ष स्वयं ही अस्पताल गया व वहां भर्ती हुआ है।

अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, नौ दिसंबर की शाम 06.48 बजे पीड़ित अस्पताल पहुंचे। जिसको 19.02 बजे इमरजेंसी में एडमिट कर डा. राशिद एडी ने उपचार शुरू किया।

देर रात उसे क्रिटिकल यूनिट में शिफ्ट किया गया व न्यूरो सर्जन डा. पीयूष पांडे की देखरेख में एंजेल चकमा का इलाज चला, जहां 26 दिसंबर को उसकी मृत्यु हो गई।

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