Big Breaking:-देहरादून में आयोजित हुआ ‘वोकल फॉर लोकल’ शपथ समारोह

देहरादून में आयोजित हुआ ‘वोकल फॉर लोकल’ शपथ समारोह

21 राज्यों के स्वर्णकार आत्मनिर्भर भारत के समर्थन में एकजुट

देशभर के 21 राज्यों से आए स्वर्णकार देहरादून में आयोजित ‘वोकल फॉर लोकल – शपथ एवं संवाद’ कार्यक्रम में एकजुट हुए।

यह आयोजन अखिल भारतीय स्वर्णकार संघ द्वारा आयोजित किया गया था, जिसका नेतृत्व भारत सरकार के राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष सुनील जे. सिंह ने किया।

यह राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम केंद्र सरकार की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसमें पारंपरिक भारतीय व्यवसायों, स्थानीय व्यापारों और कुशल शिल्पकारों को आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भागीदार माना गया है।

स्थानीय उत्पादों के प्रति राष्ट्रीय संकल्प

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा सामूहिक शपथ ग्रहण समारोह, जिसमें हजारों कारीगरों ने यह संकल्प लिया:

“हम भारत में बने उत्पादों को प्राथमिकता देंगे,
मेक इन इंडिया मिशन को प्रोत्साहित करेंगे,
और स्थानीय कारीगरों व हस्तशिल्प को समर्थन देंगे।”

सुनील जे. सिंह ने स्वर्णकार समुदाय की भावना की सराहना करते हुए कहा कि स्थानीय शिल्पकार भारत की आर्थिक और सांस्कृतिक शक्ति की नींव हैं। उन्होंने कारीगरों को सिर्फ कारीगर नहीं, बल्कि राष्ट्रनिर्माता बताया, जो भारत की पहचान को दुनिया तक पहुंचाते हैं।

कारीगरों के लिए साप्ताहिक वर्चुअल मंच

सिंह ने यह भी घोषणा की कि अब से हर सोमवार दोपहर 3 बजे से 4 बजे तक एक साप्ताहिक वर्चुअल कॉन्फ्रेंस (VC) का आयोजन किया जाएगा।

यह मंच राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड द्वारा संचालित होगा, जहां कारीगर अपनी समस्याएं, सुझाव और विचार सीधे सरकारी प्रतिनिधियों तक पहुंचा सकेंगे — जिससे संवाद तेज़, पारदर्शी और प्रभावी हो सकेगा।

राज्य सरकार का समर्थन

कार्यक्रम में उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी भी उपस्थित रहे। उन्होंने स्वर्णकारों द्वारा भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखने के प्रयासों की सराहना की और राज्य सरकार की ओर से कौशल प्रशिक्षण, डिजिटल उपकरणों और बेहतर बाज़ार अवसरों के लिए पूर्ण समर्थन देने का आश्वासन दिया।

कार्यक्रम की प्रमुख झलकियाँ:

राष्ट्रीय एकता:
देश के 21 से अधिक राज्यों के स्वर्णकारों ने एकजुट होकर भारतीय उत्पादों को बढ़ावा देने और आयात पर निर्भरता घटाने का संकल्प लिया।

सांस्कृतिक विरासत:
स्वर्णकार पीढ़ियों से आभूषण निर्माण की परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। यह कार्यक्रम इस विरासत को संरक्षित करने, आधुनिक बनाने और वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करने की दिशा में एक प्रयास था।

केंद्र-समुदाय की मजबूत कड़ी:
राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड जैसे मंचों के माध्यम से केंद्र सरकार स्थानीय कारीगरों को मुख्यधारा की अर्थव्यवस्था से जोड़ने के लिए नीतिगत सहयोग, पहचान और विकास के अवसर प्रदान कर रही है।

देहरादून में आयोजित ‘वोकल फॉर लोकल’ कार्यक्रम भारत की आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में एक नया मील का पत्थर साबित हुआ — जिसमें केंद्र सरकार का मज़बूत समर्थन, राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड का प्रेरणादायक नेतृत्व, और देशभर के कारीगरों की अटूट प्रतिबद्धता देखने को मिली।

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