
देहरादून: एक कॉलेज में अध्ययनरत बीसीए की छात्रा ने एक बच्ची को जन्म दिया। इसके बाद प्रेमी के साथ मिलकर उसे लावारिश हालत में सड़क किनारे छोड़ दिया।
बच्ची सुरक्षित हाथों में रहे इसलिए खुद ही चाइल्ड हेल्पलाइन को फोन भी कर दिया। पुलिस ने दो दिन में ही नवजात के रहस्य से पर्दा उठाकर नवजात को जन्म देने वाली मां का पता लगा लिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि क्लेमेनटाउन स्थित पंत मार्ग के पीछे वाली गली में एक नवजात लावारिश हालत में पड़ा है।
प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए थानाध्यक्ष क्लेमेनटाउन मोहन सिंह को प्रकरण की गहनता से जांच व इस कृत्य को अंजाम देने वालों के संबंध में जानकारी एकत्रित करने के निर्देश जारी किए।
थाना क्लेमेनटाउन पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से संदिग्धों के संबंध में जानकारी जुटाई।
जांच के दौरान पता चला कि गुरुवार की रात को एक स्कूटी पर एक लड़का व एक लड़की घटनास्थल की ओर आए व नवजात को वहां छोड़कर फरार हो गए।
जांच के दौरान नवजात के संबंध में सूचना देने वाले के नंबर की गहनता से जांच करने पर ज्ञात हुआ कि बच्चे को जन्म देने वाली छात्रा व उसके प्रेमी ने ही रात्रि में नवजात को सड़क किनारे छोडने के बाद चाइल्ड हेल्पलाइन पर फोन किया था।
शक होने के चलते फोन करने वाले से गहनता से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह बच्ची उसकी प्रेमिका की है। बच्ची को जन्म देने वाली मां एक निजी कालेज में पढती है तथा दोनों के बीच पिछले पांच-छह साल से प्रेम प्रसंग चल रहा है।
इस दौरान छात्रा गर्भवती हो गई। दो जुलाई को छात्रा ने नवजात बालिका को जन्म दिया। पारिवारिक मजबूरी के कारण छात्रा व उसका प्रेमी नवजात को सडक किनारे छोड़ दिया और खुद ही नवजात पड़ा होने की सूचना दी। पुलिस ने युवक व युवती के स्वजनों को बुलाया। दोनों से विस्तृत पूछताछ कर काउंसलिंग की जा रही है।
बीसीए की छात्रा ने एक बच्ची को जन्म दिया। इसके बाद प्रेमी के साथ मिलकर उसे लावारिश हालत में सड़क किनारे छोड़ दिया।
बच्ची सुरक्षित हाथों में रहे इसलिए खुद ही चाइल्ड हेल्पलाइन को फोन भी कर दिया। पुलिस ने दो दिन में ही नवजात के रहस्य से पर्दा उठाकर नवजात को जन्म देने वाली मां का पता लगा लिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि क्लेमेनटाउन स्थित पंत मार्ग के पीछे वाली गली में एक नवजात लावारिश हालत में पड़ा है।
प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए थानाध्यक्ष क्लेमेनटाउन मोहन सिंह को प्रकरण की गहनता से जांच व इस कृत्य को अंजाम देने वालों के संबंध में जानकारी एकत्रित करने के निर्देश जारी किए।
थाना क्लेमेनटाउन पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से संदिग्धों के संबंध में जानकारी जुटाई।
जांच के दौरान पता चला कि गुरुवार की रात को एक स्कूटी पर एक लड़का व एक लड़की घटनास्थल की ओर आए व नवजात को वहां छोड़कर फरार हो गए।
जांच के दौरान नवजात के संबंध में सूचना देने वाले के नंबर की गहनता से जांच करने पर ज्ञात हुआ कि बच्चे को जन्म देने वाली छात्रा व उसके प्रेमी ने ही रात्रि में नवजात को सड़क किनारे छोडने के बाद चाइल्ड हेल्पलाइन पर फोन किया था।
शक होने के चलते फोन करने वाले से गहनता से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह बच्ची उसकी प्रेमिका की है।
बच्ची को जन्म देने वाली मां एक निजी कालेज में पढती है तथा दोनों के बीच पिछले पांच-छह साल से प्रेम प्रसंग चल रहा है। इस दौरान छात्रा गर्भवती हो गई। दो जुलाई को छात्रा ने नवजात बालिका को जन्म दिया।
पारिवारिक मजबूरी के कारण छात्रा व उसका प्रेमी नवजात को सडक किनारे छोड़ दिया और खुद ही नवजात पड़ा होने की सूचना दी। पुलिस ने युवक व युवती के स्वजनों को बुलाया। दोनों से विस्तृत पूछताछ कर काउंसलिंग की जा रही है।