
भराड़ीसैंण (गैरसैंण) में जनसंपर्क: स्वयं सहायता समूहों और सफाई कर्मचारियों से की मुलाकात, स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन देने की अपील
भराड़ीसैंण (गैरसैंण), उत्तराखंड —
विकसित उत्तराखंड के निर्माण की दिशा में जमीनी हकीकत जानने और स्थानीय लोगों से संवाद स्थापित करने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण जनसंपर्क अभियान के तहत प्रातः काल भ्रमण के दौरान विधानसभा परिसर और उसके आस-पास के क्षेत्रों में सक्रिय लोगों से मुलाकात की गई।





इस दौरान राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के अंतर्गत कार्य कर रही स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से संवाद कर उनके कार्यों की सराहना की गई।
इन महिलाओं ने अपने आत्मनिर्भरता के प्रयासों और समूह के माध्यम से संचालित आजीविका गतिविधियों की जानकारी दी। साथ ही, सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं जैसे प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता और विपणन सहयोग को लेकर सकारात्मक फीडबैक भी साझा किया।
इस मौके पर देवभूमि उत्तराखंड आने वाले देश-विदेश के पर्यटकों से आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए आह्वान को दोहराते हुए अपील की गई कि वे अपनी यात्रा व्यय का कम से कम 5% स्थानीय उत्पादों की खरीदारी में अवश्य खर्च करें, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल सके।
भ्रमण के दौरान विधानसभा परिसर में कार्य कर रहे सफाई कर्मचारियों से भी बातचीत की गई और उनके खानपान, आवास और अन्य मूलभूत सुविधाओं के बारे में जानकारी ली गई। सफाई कर्मियों ने सरकार द्वारा दी जा रही व्यवस्थाओं को लेकर संतोष और आभार प्रकट किया।
ग्रामीण आजीविका को सशक्त बनाने में जुटी बहनों का समर्पण और स्वच्छ व स्वस्थ समाज निर्माण में संलग्न सफाई कर्मियों की लगन ‘विकसित उत्तराखंड’ की दिशा में हो रहे सामूहिक प्रयासों का प्रेरणादायक उदाहरण है।
यह संवाद न केवल एक प्रशासनिक पहल थी, बल्कि राज्य के जनसरोकारों से सीधे जुड़ने का एक सशक्त माध्यम भी बना।