
उत्तराखंड एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई: ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर 90 लाख की साइबर ठगी करने वाला गिरोह सरगना हरियाणा से गिरफ्तार
उत्तराखण्डः-
उत्तराखण्ड एसटीएफ के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून द्वारा साईबर धोखाधडी के सरगना 01 अभियुक्त को गैर राज्य रेवाड़ी हरियाणा से किया गिरफ्तार ।
पीडितों को झांसे में लेने हेतु सोशल मीडिया प्लेटफार्म का किया जाता था प्रयोग ।
पीडितों को व्हाटसप ग्रुपों में जोड़ ऑनलाईन ट्रेडिंग में निवेश कर अधिक मुनाफे का लालच देकर की जा रही थी धोखाधडी ।
पीडितों को ऑनलाइन ट्रेड/शेयर बाजार में निवेश के नाम पर धोखाधड़ी का शिकार किया जाता था, इस IIFLPRO प्लेटफॉर्म का संचालन अज्ञात व्यक्ति द्वारा किया गया,
जो खुद को IIFL Securities के मुख्य निवेश अधिकारी (Chief Investment Officer) के रूप में प्रस्तुत कर रहा था।
विवेचना के दौरान यह तथ्य भी प्रकाश में आया है कि अभियुक्त के द्वारा विदेश में सिम अपराध हेतु भेजे जाते रहे हैं अभियुक्त पूर्व में वर्ष 2022 में ओमान देश भी गया था।
पीडितों द्वारा किये गये निवेश को मुनाफे सहित दिखाया जाता था फर्जी एपलीकेशन पर ।
ठगी हेतु प्रयोग किये गये खाते में जून 2024 से जुलाई 2024 तक माह में ही लाखों रूपये का लेनदेन होना आया है प्रकाश में ।
अभियुक्त से घटना में प्रयुक्त एक अदद मोबाइल फोन ,02 पासपोर्ट,04 एटीएम कार्ड ,एक आधार कार्ड बरामद ।
पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड, दीपम सेठ के दिशा निर्देशन में साईबर धोखाधड़ी करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करते हुये साईबर पीड़ितो को न्याय दिलाया जा रहा है ।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 नवनीत सिंह द्वारा जानकारी देते हुये बताया कि एक प्रकरण, जनपद देहरादून निवासी पीड़ित द्वारा माह September 2024 में दर्ज कराया गया था,
जिसमें उनके द्वारा माह June-July 2024 में व्हाटसप पर ट्रेडिंग सम्बन्धी मैसेज प्राप्त होना, जिसने स्वयं को ऑनलाईन ट्रेडिंग कम्पनी IIFLPRO PVT LTD का मुख्य निवेश अधिकारी (Chief Investment Officer) बताकर विभिन्न बैंक खातों में पैसा जमा कराया गया एवं व्हट्सएप ग्रुप जिनमें शेयर ट्रेडिंग हेतु प्रशिक्षित किया जाना बताया में जोड़ा गया।
। Trading हेतु whatsApp ग्रुपों में पूर्व से जुडे लोगों द्वारा निवेश की गयी धनराशि पर प्राप्त प्रॉफिट की धनराशि संबंधी स्क्रीनशॉट शेयर किये जाते थे ।
शिकायतकर्ता को ट्रेडिंग में निवेश करने के लिये अभियुक्त द्वारा सोशल प्लेटफार्म के माध्यम से उपलब्ध कराये गये विभिन्न बैंक खातो में लगभग 90.5 लाख रुपये की धनराशी धोखाधड़ी से जमा करायी गयी ।
प्रकरण की गम्भीरता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड के दिशा निर्देशन में मामले का प्रवेक्षण पुलिस उपाधीक्षक अंकुश मिश्रा मिश्रा एवं विवेचना सुनील भट्ट, अपर उप निरीक्षक साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन, देहरादून के सुपुर्द कर अभियोग के शीघ्र अनावरण हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये ।
साईबर क्राईम पुलिस द्वारा घटना में प्रयुक्त बैंक खातों/ रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बरों / व्हाट्सअप की जानकारी हेतु सम्बन्धित बैंकों, सर्विस प्रदाता कम्पनियों, मेटा कम्पनी से पत्राचाकर कर डेटा प्राप्त किया गया।
प्राप्त डेटा के विश्लेषण से जानकारी मे आया कि साईबर अपराधियो द्वारा घटना में पीड़ित से शेयर ट्रेडिंग में लाभ कमाने के नाम पर विभिन्न बैंक खातों में धनराशि स्थानान्तरित करवायी गयी ।
विवेचना के दौरान साईबर थाना पुलिस टीम द्वारा अभियोग में प्रकाश में आए बैंक खातों तथा मोबाइल नम्बरों का सत्यापन किया गया ।
पुलिस टीम द्वारा तकनीकी / डिजिटल साक्ष्य एकत्र कर घटना के मास्टर मांइड व मुख्य आरोपी विकास कुमार पुत्र राजेन्द्र सिह निवासी DHONGHA FATTU DARIAPUR SITALPUR SARAN BIHAR NEAR SHIV MANDIR SARAN BIHAR जिसके द्वारा एक्सिस बैंक का खाता प्रयोग कर पिड़ित को निवेश कर कम समय में अधिक लाभ कमाने का प्रलोभन देकर कुल 26 लाख रूपये धोखाधड़ी से स्थानान्तरित करवााये गये को चिन्ह्ति करते हुये अभियुक्त की तलाश जारी की ।
साईबर टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से तकनीकी संसाधनों का प्रयोग करते हुये साक्ष्य एकत्रित कर अभियोग में प्रकाश में आये अभियुक्त विकास कुमार पुत्र राजेन्द्र सिह उपरोक्त को थाना कसोला जिला रेवाडी हरियाणा से गिरफ्तार किया गया । तलाशी में अभियुक्त से घटना में प्रयुक्त एक अदद मोबाइल फोन ,01 पासपोर्ट 04 एटीएम कार्ड ,एक आधार कार्ड बरामद हुए है ।
अपराध का तरीका
अभियुक्त व्हाटसप के माध्यम से पीडितों को ट्रेडिंग सम्बन्धी मैसेज भेजा जाता था जिसमें स्वयं को प्रतिष्ठित ट्रेडिंग कम्पनी का प्रतिनिधि बताकर ऑनलाईन ट्रेंडिग में निवेश कर लाभ दिलाये जाने का भरोसा दिलाया जाता था ।
तत्पश्चात अलग-अलग व्हाटसप ग्रुपों में जोडा जाता था, जिनमें पूर्व से जुडे हुए लोगों द्वारा स्वयं के द्वारा निवेशित धनराशि पर प्राप्त लाभ सम्बन्धी स्क्रीनशॉट शेयर किये जाते थे । जिससे ग्रुप में जुडे अन्य पीड़ित इनके झांसे में आकर ऑनलाईन ट्रेडिंग में कम समय में कम समय में अधिक मुनाफा कमाने के लालच में अपनी धनराशि निवेश कर देते थे ।
पीडितों द्वारा निवेश की गयी धनराशि में मुनाफा दिखाने हेतु यह एक फर्जी एप IIFLPRO APP का प्रयोग करते थे तथा उसके डैशबोर्ड पर पीडितों द्वारा इन्वेस्ट की गयी धनराशि को भारी लाभ के साथ दिखाया जाता था ।
जिससे पीड़ित को अधिक मुनाफा होने का भरोसा हो जाता था । परन्तु स्वयं के साथ हो रही साईबर धोखाधड़ी का अंदेशा नही हो पाता था । अभियुक्त द्वारा धोखाधडी से प्राप्त धनराशि को विभिन्न बैक खातों में प्राप्त कर उक्त धनराशि को अन्य खातों में स्थानान्तरण कर दिया जाता था । अभियुक्त के एक्सिस बैंक के खाते में एक माह के अन्दर विवेचना के दौरान कुल 46 लाख का संदिग्ध लेन-देन भी होना पाया गया है।
प्रारम्भिक पूछताछ में अभियुक्त ने साईबर अपराध हेतु जिस बैंक खातों का प्रयोग किया गया है उसमें मात्र 2-4 माह में ही लाखों रूपयों का लेन-देन होना प्रकाश में आया है । जाँच में यह भी प्रकाश में आया है कि अभियुक्तगण के बैंक खाते के विरुद्ध देश के कई राज्यों में कुल 05 साईबर अपराधों की शिकायतें निम्नवत दर्ज हैं । जिसके सम्बन्ध में जानकारी हेतु अन्य राज्यों की पुलिस के साथ संपर्क किया जा रहा है ।
S.NO Acknowledgement No State District Police Station
1 21307240030561 HARYANA AMBALA BALDEV NAGAR
2 23107240084366 UTTAR PRADESH AYODHYA MAHRAJGANJ
3 30207240017890 ANDHRA PRADESH – Penuganchiprolu
4 30807240026787 DELHI WEST CYBER POLICE STATION WEST
5 32907240021981 TAMIL NADU KRISHNAGIRI –
गिरफ्तार व्यक्तियों के नाम व पता – विकास कुमार पुत्र राजेन्द्र सिह निवासी DHONGHA FATTU DARIAPUR SITALPUR SARAN BIHAR NEAR SHIV MANDIR SARAN BIHAR हाल निवासी- कसोला जिला रेवाडी हरियाणा
गिरफ्तारी का स्थान- PS कसोला जिला रेवाडी हरियाणा
बरामदगी-
1- 01 अदद मोबाइल फोन ,
2- 01 पासपार्ट
3- 04 एटीएम कार्ड ,
4- 01 आधार कार्ड
गिरफ्तारी पुलिस टीम
1- अपर उपनिरीक्षक श्री सुनील भट्ट
2- कानि0 श्री सोहन बडोनी
3- कानि श्री महेश उनियाल
गिरफ्तारी में विशेष सहयोग साइबर टीम
1-अपर उपनिरीक्षक मनोज बेनीवाल
2-हे0का0 राजाराम
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड नवनीत सिंह ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरों/फर्जी साईट/धनराशि दोगुना करने व टिकट बुक करने वाले अन्जान अवसरो के प्रलोभन में न आयें । साथ ही, सभी से अपील है कि वे फर्जी निवेश ऑफर जैसे YouTube like सब्सक्राइब, टेलीग्राम आधारित निवेश वेबसाइट ऑफर में निवेश न करें, किसी भी अन्जान व्यक्ति से सोशल मीडिया पर दोस्ती न करें, अन्जान कॉल आने पर लालच में न आये, कॉलर की सत्यता की जांच करे बिना किसी भी प्रकार की सूचना / दस्तावेज न दें ।
ऑनलाईन जॉब हेतु एप्लाई कराने से पूर्व उक्त साईट का पूर्ण वैरीफिकेशन सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नम्बर को सर्च न करें ।तेजी से बढ़ रहे इन्वेस्टमेंट स्कैम्स ने लाखों लोगों को अपना शिकार बनाया है। स्कैमर्स वेबसाइट्स और नकली रिव्यू प्रोग्राम्स के माध्यम से लोगों को पहले छोटे-छोटे इनाम देकर भरोसा जीतते हैं तथा फिर धीरे-धीरे उन्हें भारी रकम निवेश करने पर मजबूर कर देते हैं। कम समय में अधिक लाभ के चक्कर में इन्वेस्ट ना करेंव शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें । वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें ।