Big Breaking:-देहरादून में मजदूरों का शोषण!, हर महीने वसूले जा रहे हजारों रुपए

देहरादून के रायपुर में ऑटो इलेक्ट्रॉनिक फैक्ट्री में कॉन्ट्रैक्ट मजदूरों से अवैध वसूली और शोषण का मामला सामने आया है। यहां पर एक निजी कंपनी पर कॉन्ट्रैक्ट मजदूरों ने अवैध वसूली और शोषण का आरोप लगाया है। ऐसे में आज इंटक के पदाधिकारीयों ने ओप्टो इलेक्ट्रॉनिक फैक्ट्री रायपुर के प्रशासनिक अधिकारी अवधेश कुमार यादव से मुलाकात कर कॉन्ट्रैक्ट लेबर कर्मचारियों के शोषण के खिलाफ रोष जताया।

देहरादून के रायपुर में मजदूरों का शोषण!

कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि निजी कंपनी के मैनेजर उनसे हर महीने 4 से 5 हजार रुपये तक की वसूली कर रहे थे। इतना ही नहीं, कार्यस्थल पर उनके साथ दुर्व्यवहार और गाली-गलौज भी की जाती थी। विरोध करने पर नौकरी से निकालने और फर्जी मुकदमे दर्ज करने की धमकी दी जाती थी।

मजदूरों ने किया बहिष्कार

इसके खिलाफ आज सुबह सभी कॉन्ट्रैक्ट लेबर कार्य बहिष्कार करने के इरादे से ओप्टो इलेक्ट्रॉनिक फैक्ट्री रायपुर देहरादून के मुख्य द्वार पर इकट्ठे हुए। लेकिन ओप्टो इलेक्ट्रॉनिक फैक्ट्री के अधिकारियों द्वारा भी उन्हें विरोध प्रकट करने से रोका गया। जैसे ही उत्तराखंड इंटक के पदाधिकारी वहां पहुंचे तब जाकर कॉन्ट्रैक्ट मजदूरों का हौसला बड़ा।

इंटक के हस्तक्षेप के बाद कार्रवाई का आश्वासन

इंटक के पदाधिकारीयों द्वारा सीनियर मैनेजर और प्रशासनिक अधिकारी अवधेश कुमार यादव से लंबी वार्ता के पश्चात उन्होंने अवैध वसूली कर रही निजी कंपनी को ब्लैकलिस्टेड करने और उचित कानूनी कार्रवाई का भरोसा दिलाया।

साथ ही कहा कि कि जब तक नई कंपनी से कांट्रेक्ट नहीं हो जाता तब तक सीधे फैक्ट्री द्वारा कॉन्ट्रैक्ट लेबर के खाते में उनके द्वारा प्रतिमाह तनख्वाह दी जाएगी। तीन सदस्य प्रतिनिधि मंडल में उत्तराखंड इंटक के जिलाध्यक्ष अनिल कुमार, सचिव देव सिंह पंवार एवं युवा इंटक प्रदेश अध्यक्ष पंकज क्षेत्री शामिल रहे।

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