
उत्तराखंड के दो खिलाड़ियों अल्मोड़ा के अंकित मेर और हल्द्वानी के नितेश सिंह ने केन्या में आयोजित अंडर-21 वर्ल्ड ताइक्वांडो चैंपियनशिप में पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया है। अंकित मेर ने अंडर 54 किलोग्राम वर्ग में रजत,
जबकि नितेश सिंह ने -63 किलोग्राम भार वर्ग में कांस्य पदक जीता। अंकित सेना में और नितेश उत्तराखंड पुलिस में कार्यरत हैं।
हल्द्वानी: पहली अंडर-21 वर्ल्ड ताइक्वांडो चैंपियनशिप में कुमाऊं के दो जाबांज खिलाड़ियों ने पदक जीतकर केन्या की भूमि में भारत का तिरंगा लहरा दिया है। जिसमें अल्मोड़ा के अंकित मेर ने अंडर 54 किलोग्राम वर्ग में रजत पदक जीतकर इतिहास रच दिया है।
वहीं हल्द्वानी के नितेश सिंह ने -63 किलोग्राम भार वर्ग में कांस्य पदक जीता है। अल्मोड़ा के अंकित मेर आर्मी में हवलदार के पद में कार्यरत हैं। जबकि हल्द्वानी के नितेश सिंह उत्तराखंड पुलिस में हरिद्वार 40 पीएसी में तैनात हैं।
केन्या के नाइरोबी शहर में पहली बार अंडर-21 आयु वर्ग में वर्ल्ड ताइक्वांडो चैंपियनशिप का तीन से छह दिसंबर तक आयोजन किया गया। जिसमें कुमाऊं के दो होनहार खिलाड़ियों ने इसमें अपनी प्रतिभा का परिचय दिखाया है।
अल्मोड़ा के रहने वाले अंकित मेर ने बताया कि अंडर 54 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल मुकाबले में उसकी मिश्र के खिलाड़ी मोआजात बेलाह असेम से हार का सामना करना पड़ा। जिस पर उन्हें रजत पदक मिला है।
इससे पहले क्वार्टर फाइनल राउंड में उन्होंने स्पेन के जेवियर ओटेरो को 2-0 से हराया। जबकि सेमीफाइनल मुकाबले मे बुल्गायरिया के ह्रिस्तीयन जार्जिएव को 2-0 से हराकर फाइट जीती है।
अंकित के पिता प्रताप सिंह मेर राजस्व विभाग में प्रशासनिक अधिकारी हैं। वहीं हल्द्वानी कटघरिया निवासी नितेश सिंह ने बताया कि -63 किलोग्राम भार वर्ग में उनका मुकाबला दूसरी प्लेस के लिए बुल्गारिया के खिलाड़ी से हुआ था। जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
इससे उनको कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा है। वह ताइक्वांडो खेल का गुरुग्राम में प्रशिक्षण ले रहे हैं। इससे पहले भी उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में देश के लिए पदक जीता है।









