Big Breaking:-त्रिपुरा के छात्र एंजेल चकमा को दूनवासियों ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि, न्याय की उठाई मांग

देहरादून में 24 वर्षीय एंजेल चकमा को श्रद्धांजलि देने के लिए एक शोक सभा आयोजित की गई। पश्चिम त्रिपुरा के एमबीए छात्र एंजेल पर 9 दिसंबर को हमला हुआ था और 26 दिसंबर को उनकी मृत्यु हो गई।

विभिन्न संगठनों और समाज के लोगों ने न्याय की मांग की और नस्लीय नफरत फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अपील की। वक्ताओं ने देवभूमि में ऐसी घटना को शर्मनाक बताते हुए भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने पर जोर दिया।

देहरादून: 24 वर्षीय एंजेल चकमा की स्मृति में देहरादून में शोक सभा का आयोजन किया गया। वैली आफ वर्ड्स, सोशल डेवलपमेंट फार कम्युनिटीज फाउंडेशन और दून लाइब्रेरी एंड रिसर्च सेंटर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों ने भाग लेकर एंजेल को श्रद्धांजलि अर्पित की और न्याय की मांग उठाई।

पश्चिम त्रिपुरा के नंदननगर निवासी एमबीए छात्र एंजेल चकमा पर नौ दिसंबर को हमला किया गया था। गंभीर रूप से घायल एंजेल ने 26 दिसंबर को अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस घटना ने देहरादून ही नहीं, बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।

शोकसभा में वक्ताओं ने गहरा दुख, आक्रोश और निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि देहरादून और उत्तराखंड को यह सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे कि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

पूर्व मुख्य सचिव एन रविशंकर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि देहरादून और उत्तराखंड इस घटना से सीख लेकर एक नये, अधिक संवेदनशील समाज की ओर कदम बढ़ाएंगे।

दूनवासी इंदरपाल कोहली, जिन्होंने अस्पताल में एंजेल के पिता की सहायता की थी, ने कहा कि देवभूमि में इस तरह की घटना होना शर्मनाक है।

इंदु पांडे, एनएस नपलच्याल, छात्रा संजना अग्रवाल, जगमोहन मेंदीरत्ता आदि प्रबुद्धजनों ने भी भावनाएं व्यक्त कीं। कार्यक्रम का समापन डा. संजीव चोपड़ा ने भावभीनी श्रद्धांजलि के साथ किया।

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