
कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि गैंग के लिए काम करने वाले सिपाही शेर सिंह और हसन अब्बास जैदी को मंगलवार को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया।
कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि गैंग के लिए काम करने वाले सिपाही शेर सिंह और हसन अब्बास जैदी को मंगलवार को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। पिछले दिनों इन दोनों का गढ़वाल रेंज कार्यालय से पिथौरागढ़ तबादला किया गया था।
आरोप है कि दोनों ने रुड़की की एक विधवा को जमीन बेचने के लिए डराया-धमकाया था। ये दोनों लगातार प्रवीण वाल्मीकि और उसके भतीजे मनीष बॉलर के संपर्क में रहते थे। मनीष बॉलर को पिछले महीने एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था।
एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने बताया कि गत 27 अगस्त को गंगनहर थाना रुड़की में धोखाधड़ी और जालसाजी का एक मुकदमा दर्ज किया गया था।
मामला था कि प्रवीण वाल्मीकि के भतीजे पार्षद मनीष बॉलर व उसके साथी पंकज अष्टवाल ने रेखा नाम की एक महिला की जमीन अपने नाम कराई है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने इसकी जांच एसटीएफ के सुपुर्द कर दी। एसटीएफ ने कुछ दिन बाद ही मनीष बॉलर और पंकज अष्टवाल को गिरफ्तार कर लिया।
जांच में पता चला कि इन दोनों ने रेखा नाम की एक अन्य महिला को खड़ा कर जमीन को बेचा है। ऐसे में एसटीएफ ने ज्वालापुर की रहने वाली इस रेखा नाम की महिला को भी गिरफ्तार कर लिया।
इस मामले में मनीष बॉलर के मोबाइल नंबरों की जांच की गई तो गढ़वाल रेंज कार्यालय में तैनात सिपाही शेर सिंह और हसन अब्बास जैदी का भी नाम आया।
इन दोनों की रेखा की जमीन मामले में संलिप्तता पाई गई। ऐसे में पुलिस मुख्यालय को जब रिपोर्ट भेजी गई तो दोनों को कुमाऊं रेंज के पिथौरागढ़ ट्रांसफर कर दिया गया।
दोनों सिपाहियों की भूमिका की जांच चल रही थी। इसी बीच मंगलवार को दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों को रुड़की न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है।
