
यूकेएसएसएससी परीक्षा का पेपर लेकर मजिस्ट्रेट केंद्रों में पहुंचे। पंजीकृत के सापेक्ष करीब 50 प्रतिशत और प्रवेश पत्र डाउनलोड करने वालों के सापेक्ष 75.19 प्रतिशत अभ्यर्थी उपस्थित हुए।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की सहकारी निरीक्षक व सहायक विकास अधिकारी भर्ती परीक्षा कड़ी सुरक्षा के बीच हुई।
मजिस्ट्रेट खुद परीक्षा केंद्रों तक प्रश्न पत्र व उत्तर पुस्तिकाएं लेकर पहुंचे। गेट पर ही चेकिंग, बायोमीट्रिक के बाद अभ्यर्थियों को परीक्षा कक्ष तक पहुंचाया गया।
आयोग ने स्नातक स्तरीय परीक्षा पेपर लीक प्रकरण के बाद रविवार को पहली परीक्षा कराई। देहरादून और नैनीताल जिले में इसके लिए 26 केंद्रों पर 13079 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। इनमें से 8651 अभ्यर्थियों ने आयोग की वेबसाइट से प्रवेश पत्र डाउनलोड किए थे,
जिनमें से 6505 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। पंजीकृत के सापेक्ष करीब 50 प्रतिशत और प्रवेश पत्र डाउनलोड करने वालों के सापेक्ष 75.19 प्रतिशत अभ्यर्थी उपस्थित हुए।
परीक्षा 11 बजे से शुरू होनी थी लेकिन अभ्यर्थियों की एंट्री सुबह 8:30 बजे से ही शुरू हो गई थी। प्रवेश द्वार पर बैरिकेडिंग लगाई गई थी, जहां पुलिस ने सख्त चेकिंग की। अभ्यर्थियों की बायोमीट्रिक हाजिरी भी गेट पर ही लगाई गई।
परीक्षा कक्षों के साथ ही शौचालयों में भी जैमर लगाए गए थे। परीक्षा से पहले सभी परीक्षा केंद्रों की ग्रेडिंग, सुरक्षा ऑडिट किया गया। परीक्षा से एक दिन पूर्व सुरक्षा जांच, जैमर, सीसीटीवी का मॉक ट्रायल किया गया था।
परीक्षा कक्षों में कक्षा निरीक्षकों को अधिक सावधानी के साथ काम करने के निर्देश दिए गए थे। प्रश्न पत्रों व उत्तर पुस्तिकाओं को जिला प्रशासन की ओर से नामित मजिस्ट्रेट ने पुलिस की कड़ी सुरक्षा में ट्रेजरी से परीक्षा केंद्र और केंद्र से वापस ट्रेजरी तक पहुंचाया।
सभी केंद्रों पर सख्ती का दिखा असर
यूकेएसएसएससी ने इस बार परीक्षा के आयोजन को लेकर जो एसओपी बनाई थी, उसका पूर्ण अनुपालन किया गया। आयोग कार्यालय में सीसीटीवी का कंट्रोल रूम बनाया गया।
न केवल परीक्षा केंद्र बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी जैमर का असर नजर आया। एक दिन पहले से ही परीक्षा केंद्रों के आसपास के इलाकों तक पुलिस ने विशेष जांच अभियान भी चलाया। नतीजा, सभी केंद्रों पर शांतिपूर्ण परीक्षा संपन्न हुई।









